Hindi poem on sickness-मैं बीमार हूँ

आज कल कुछ तकलीफ में हूँ
हाँ मैं बीमार हूँ
काम कुछ हो नहीं पाता
सर भी है थोड़ा थोड़ा चकराता
खाना ठीक से खाया नहीं जाता
बाज़ार तक भी जाया नहीं जाता
बिस्तर पर लेटे रहने को
डाक्टर ने है कहा
खानी पड़ती है
रोज़ कड़वी कड़वी दवा
मेरी हालत को देख कर
याद सदा यह रखना
खाओ पियो स्वस्थ रहो
और हर बीमारी से बचना

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