नाक कान पर मैं टिकता हूँ
कांच प्लास्टिक में बिकता हूँ
जैसे ही हुई किसी की नज़र कमज़ोर
आजाता हूँ तुरंत सेवा में उसकी हुज़ूर
प्लस माइनस पावर मेरे लेंस हैं
आंकड़े ये नज़र की जांच से हैं
मुझे पेहनने में न करो शर्म भाई
मैं नुकसान से रक्षा करूँ सदा ही
पढ़ने लिखने देखने में हूँ मददगार
शर्त ये है की पहनो मुझे लगातार
फिर भी अगर मुझे पसंदीदा न पाओ
तो मेरे बदले तुम कांटेक्ट लेंस लगाओ
-अनुष्का सूरी