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Hindi Poem on Mosquito-मच्छर पर कविता
सर्दी की धूप में, गर्मी की छाँव में शहर की भीड़ में, शांत सुखद गाँव में कूड़े के ढेर में, पानी के गंदे संग्रह में मैं मच्छर मिल जाता हूँ हर राह में कभी मैं डेंगू फैलाऊँ या मलेरिया मैं ले आऊँ चिकनकु…