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Hindi Poem on Importance of Time-Waqt
वक़्त ना जाने वो पल हाथ से कैसे छूट गया ना जाने कब कैसे कोई अपना रूठ गया अनजान थी मैं हर एक वो चीज़ से ना कोई अंदाज़ा रहा और मेरा ख्वाब यू ही टूट गया पर अब मुझे समझ आ गया ख्वाब दूसरा आ जाएगा वक़्त लेकि…