Tag Archives: प्रेरणा देने वाली कविता

Motivational Hindi Poem-Zindagi

ज़िन्दगी (कविता का शीर्षक)
कभी कभी कुछ चीज़ें
अपने मन की भी कर लेनी चाहियें
क्योंकि ये जिंदगी बहुत छोटी है
उसे बस जी लेनी चाहिए
हर मोड़ पर आई रुकावटों का
सामना कर लेना चाहिए
हार मत मानना क्योंकि
ये जिंदगी एक ही है
उसे बस जी लेनी चाहिए
-मानसी गावंड (कवयित्री)

English Translation:

Zindagi (Life) (Title of the Poem)

Kabhi kabhi kuch cheezein (Sometimes few things)

Apne man ki bhi kar leni chahiye (should be done following your heart)

Kyonki ye zindagi bahut choti hai (Because this life is very short)

Use bas jee leni chahiye (We should live/enjoy our life)

Har mod par ayi rukawato ka (The hurdles we face at each step)

Samna kar lena chahiye (We must face them with courage)

Har mat maan na kyonki (Do not accept defeat because)

Ye zindagi ek hi hai (You have only one life to live)

Use bas jee leni chahiye (You must enjoy it)

-Mansi Gawand (Poetess)

Motivational Poem in Hindi-Sapna

जिंदगी में जब तू हार गया
बचा न कुछ भी अपना है
रहेगी अंतिम सांस तक जो
कुछ है तो तेरा सपना है।

हँसेंगे लोग तेरे सपने पे
खींचकर भी कोई गिरायेगा
हार न मानना इन मुश्किलों से कभी
हर मंजिल फतह कर दिखाना है
रहेगी अंतिम सांस तक जो 
कुछ है तो तेरा सपना है।

हार पराजय मुश्किलों को
अगर पकड़ तू रोता रहा
छूट जायेगी जिंदगी से ओ भी पल
जो तेरे पास पड़ा खजाना है
रहेगी अंतिम सांस तक जो
कुछ है तो तेरा सपना है।

लहरों से लड़कर जो जीता
ओ सिंधु में गोता लगायेगा
भर -भर झोला सपनों के मोती 
बाहर वो ले आयेगा
सपने बड़े होतें हैं जिनके
खोना भी उतना पड़ता है
रहेगी अंतिम सांस तक जो 
कुछ है तो तेरा सपना है।

-रंजन कुमार सिंह

Hindi Poem on Motivation-Chalta Chal

wanderer-455338__340 (1)

चलता चल

ग़म छूपा हँसता चल
खुद को ही छलता चल ।

कदमों में है मंजिल
बस उम्मीदें करता चल ।

राहें तो हैं मुश्किल
हिम्मत कर बढ़ता चल ।

रो मत कायर बनकर
आँसू पी लड़ता चल ।

रौशन कर दिल की लौ
अन्दर से जलता चल ।
-अजय प्रसाद

टी जी टी इंग्लिश
डीऐवी पीएस पीजीसी बिहारशरीफ़
नालंदा, बिहार-८०३२१६

Motivational Poem on Life-Mera Jeevan

woman-571715_960_720

मेरा जीवन

खुद की आहट से क्यों डरता है
जीते जी क्यों मरता है
कष्ट नहीं विकराल इतना
डरता है तू उससे जितना
करके हौसला बढ़ कर तो देख
ऊंचाइयों पर चढ़कर तो देख
दुनिया जितनी ज़ालिम है
जीवन उतना अमिय है
जुटा अपनी ताकत को
और दुनिया को दिखा दे
मैं भी गुड़ाकोष हूँँ
यह पाठ सभी को सिखा दें
कठिनाइयों से पूछ क्या हाल करूं मैं तेरा
जा नहीं डरता मैं तुझसे क्योंकि जीवन है यह मेरा
– रीत(रितिका) दाँगी