सबसे सुंदर सबसे प्यारी
मेरी माँ है सबसे न्यारी ।
मुझ पर प्यार ममता बरसाती ॥
करू गलत काम तो मार लगाती ।
माँ तु है सबसे महान ॥
अब यही है बस अरमान ।
माँ की महिमा का बखान करते करते निकले प्राण ॥
– अनुष्का सूरी
जल ही है जीवन
जल ही है कारण
जल में ही पृथ्वी समाई
जल में ही जीवन की सच्चाई
जल के बिन मीन का ना जीवन
जल के बिन प्यासा जल उपवन
जल से ही होती है खेती खलियारी
जल से ही ही बनी है देह हमारी
जल ही है जो बरसता बन सावन
जल ही है जो देता है बंजर को जीवन
जल ही है पावन
जल ही है मंगल
जल ही है जन धन
जल ही है जन धन
– अनुष्का सूरी
– अनुष्का सूरी