रेत का हाथों से फिसलने में वक़्त अभी बाकी है
एक लहर गुज़री है दूसरी का लौट के आना अभी बाकी है
कल जो गुज़रा था उसका कल लौट के आना अभी बाकी है
बहुत दिन गुज़ारे हैं अश्क बहा कर फिर से मुस्कुराना अभी बाकी है
गलती ना हो जाये बस यही सोच डरता रहा गलती करके पछताना अभी बाकी है
रात थी लम्बी तो लगा अंधेरे का है राज, सुबह का फिर नयी रोशनी लेकर लौट आना अभी बाकी है
Monthly Archives: February 2014
Hindi Poem on Mother- मेरी प्यार माँ
मेरी प्यार माँ तू कितनी प्यारी है
जग है कांटों की सेज तू फुलवारी है
तेरी वजह से मैं इस जग में आया
तूने मुझे जीना सिखाया
माँ तू मुझे अच्छी अच्छी बातें है सिखाती
करूं जो मैं शैतानी तो डांट भी लगाती
तेरी ममता के साये में बीता मेरा बचपन
आशीष दे माँ तेरी सेवा में हो मेरा यह जीवन अर्पण
English Translation of the poem:
Oh my dear mother, you are so sweet
The world is like a bed of thorns, you are a garden of flowers
It is only because of you that I came into this world
You taught me how to live
Mother, you teach me nice things
If I do a mischief, you scold me too
My childhood days have passed under the blanket of your love
Bless me oh mother that I dedicate my life in serving you
Hindi Poem on Valentine’s Day- प्रेम दिवस
Hindi Poem on Language- मैं भाषा हूँ
सबको जोड़ती हूँ एक दूसरे से
मैं वही भाषा हूँ
जिसके मन में जो बात हो
वो कहता है लेकर मेरे शब्दों का सहारा
कोई रचता है काव्य कोई साहित्य
और कोई लगा देता है नारा
हाँ मैं वही भाषा हूँ
Hindi Poem on Mother-ओ माँ तुझे सलाम
भगवान का सबसे सुन्दर वरदान हो तुम
माँ मेरे लिये तो सारा जहान हो तुम
मुझे अच्छाई का पाठ पढ़ाती
सच्चाई की राह पर मुझे चलाती
रात को लोरी गा कर मुझे सुलाती
सुबह प्यार से मुझे जगाती
मेरे लिये बढिया पकवान बनाती
करूँ जो शरारत तो डांट लगाती
मेरी खुशियों की खातिर करती हो सब कुछ कुर्बान
ओ माँ तुझे सदा है मेरा सलाम