Hindi Poem on Okra
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Hindi Poem on Vegetable Okra – हरी हरी भिन्डी
मैं हूँ हरी हरी
बीजों से कुछ कुछ भरी भरी
मैं हूँ गोल तिकोनो में सजी धजी
छोटी छोटी पतली पतली
लगाती हूँ सफ़ेद बिंदी
खाओ मेरी सब्जी बनाके
करो चित्रकारी
या मुझे रंग लगा के
पालन पोषण मैं हूँ करती
मैं हूँ ओकरा मैं नहीं डरती
लेना हो जो मेरा नाम हिंदी
तो कह दो चाहिए तुमको भिन्डी
-अनुष्का सूरी