शराब कहो वोडका कहो
शैम्पेन कहो या मदिरा
इस कड़वी ड्रिंक को पी कर
हाल होगा बड़ा बुरा
सर तुम्हारा चकराने लगेगा
होश हाथ से जाने लगेगा
समझ-बूझ सब घटेगी
एक वस्तु तुम्हें दो दिखेगी
रोज़ पियोगे इसे तो लत लगेगी
एक दिन शराब जिगर खा लेगी
शराब की लत में तुम्हारा घर जलेगा
आज जहाँ शांति है वहां बवाल मचेगा
इसीलिए शराब को कभी न पीना
अगर तुमको है सवस्थ जीवन जीना
-अनुष्का सूरी