सीने में धड़कता हूँ
बिन बोले तडपता हूँ
शायरों की दुनिया की मैं हूँ कहानी
मेरे बिना नहीं कोई ज़िंदगानी
जब तक मैं हूँ सीने में जवां
तब तक है सामने ये जहाँ
इधर हुई तबियत मेरी कुछ खराब
समझ लो खतम है साँसें अब जनाब
हाँ सही सोचा अपने
मैं हूँ आपका दिल
-अनुष्का सूरी