
मानव
यह ज़िन्दगी तेरी मनुष्य,
मुसीबतों से भरी है,
यह किसीऔर ने नहीं,
बस, तूने स्वंय ने ही भरी है।
करता अगर संघर्ष ज़िन्दगी में,
तो होते न तेरे सपने दफन,
यूं न चला जाता दुनिया से,
ओढकर असफलता का कफन।।
-राजप्रीत हंस
मानव
यह ज़िन्दगी तेरी मनुष्य,
मुसीबतों से भरी है,
यह किसीऔर ने नहीं,
बस, तूने स्वंय ने ही भरी है।
करता अगर संघर्ष ज़िन्दगी में,
तो होते न तेरे सपने दफन,
यूं न चला जाता दुनिया से,
ओढकर असफलता का कफन।।
-राजप्रीत हंस